डिजिटल इंडिया के दौर में घर के गमलों को ऐसे बनाएं स्मार्ट, जानिए कैसे टेक्नोलॉजी से मिलेगी मदद
अगर आप भी अपने पौधों का रोज ध्यान नहीं रख पा रहे हैं तो आप अपने घर में एक स्मार्ट गार्डन सेटअप कर सकते हैं. ये इतना स्मार्ट होगा कि खुद ही अपना ख्याल रख लेगा. आइए जानते हैं ऐसा गार्डन बनाने के लिए क्या कर सकते हैं.
आज के वक्त में शहरों में पेड़-पौधों की कितनी अहमियत है, इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि लगभग हर घर में आपको गमले दिखेंगे. कुछ लोग पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए घर में गमले लगाते हैं तो कुछ लोगों को इसका शौक होता है. बहुत सारे लोग तो काफी महंगे पौधे भी घर में लगाते हैं. शहरों की भागदौड़ वाली जिंदगी में कई लोग अपने पौधों का रोज ध्यान नहीं रख पाते, जिससे पौधे मर जाते हैं. अगर आप भी अपने पौधों का रोज ध्यान नहीं रख पा रहे हैं तो आप अपने घर में एक स्मार्ट गार्डन सेटअप कर सकते हैं. ये इतना स्मार्ट होगा कि खुद ही अपना ख्याल रख लेगा. आइए जानते हैं ऐसा गार्डन बनाने के लिए क्या कर सकते हैं.
सबसे पहले लगाएं ड्रिप इरिगेशन सिस्टम
पौधों के मरने की सबसे बड़ी वजह होती है पानी की कमी, क्योंकि गमलों में पानी जल्दी सूखता है. ऐसे में अगर आप गर्मियों में हर दूसरे दिन और सर्दियों में हर 3-5 दिन पर पानी नहीं डालते हैं तो आपके पौधे मर सकते हैं. ऐसे में आप अपने पौधों के लिए एक ऑटोमेटिक ड्रिप इरिगेशन सिस्टम लगा सकते हैं. आप इसे सीधे अपने घर के टैंक से कनेक्शन दे सकते हैं. इससे फायदा ये होगा कि यह सिस्टम बूंद बूंद कर के आपके गार्डन को रोज पानी देता रहेगा, भले ही आप होली-दिवाली की छुट्टियों में हफ्ते भर या दस दिनों के लिए भी घूमने क्यों ना गए हों.
गर्मियों में स्प्रिंकलर का कर सकते हैं इस्तेमाल
गर्मी के दिनों में तापमान बहुत ज्यादा हो जाता है, जिससे धूप में रखे जाने वाले पौधे जलने लगते हैं. अगर आप भी ऐसा कोई पौधा उगाते हैं, जिसे धूप की जरूरत होती है और गर्मी में वह पौधा झुलसने लगता है तो आप स्प्रिंकलर का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसे भी आप सीधे अपने टैंक से कनेक्शन दे सकते हैं. आप स्प्रिंकलर के साथ एक टाइमर जोड़ सकते हैं, जो कुछ-कुछ समय पर स्प्रिंकलर को ऑन कर देगा, जिससे पौधों पर पानी की फुहार पड़ जाएगी और उनका तापमान कम हो जाएगा. अगर आप किसी पॉलीहाउस जैसे स्ट्रक्चर में खेती करते हैं या गार्डनिंग करते हैं तो वहां पर तो आप टेंपरेचर चेक करने वाला सिस्टम लगा सकते हैं जो तापमान बढ़ते ही अपने आप चालू हो जाएगा और फिर बंद भी हो जाएगा. यानी सब कुछ ऑटोमेटिक होगा.
वॉटर और पीएच टेस्टिंग मीटर
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आप चाहे तो अपने घर के गमलों के लिए वॉटर और पीएच टेस्टिंग मीटर ले सकते हैं. इससे आपको ये पता चल सकेगा कि आपके गमले में पानी डालने की जरूरत है या नहीं. ध्यान रहे कि पौधों में ज्यादा पानी डालने से भी उन्हें नुकसान होता है. वहीं अगर मिट्टी का पीएच सही नहीं है तो भी आपका पौधा अच्छे से ग्रो नहीं करेगा और कई बार पौधा मर भी जाता है. ऐसे में आप पीएच मीटर से ये पता कर सकते हैं पीएच लेवल कितना है और उसी हिसाब से जरूरी कदम उठा सकते हैं.
गार्डनिंग ऐप्स से लें जानकारी
अगर आप गार्डनिंग की ज्यादा जानकारी नहीं रखते हैं तो अच्छा होगा कि आप गार्डनिंग ऐप्स की मदद लें. इन ऐप्स के जरिए आपको कई सारी चीजें पता चलेंगी. जैसे किस मौसम में कौन सा पौधा लगाएं, मौसम के हिसाब से पौधों की जगह या न्यूट्रिशन में क्या बदलाव करें, किस पौधे को कौन सा फर्टिलाइजर देना चाहिए. साथ ही ऐसे ऐप्स की मदद से आप पौधों में लगने वाले रोगों की भी आसानी से पहचान कर सकते हैं और फिर उन्हें रोकने के उपाय कर सकते हैं.
04:36 PM IST